नई 7-सीटर हाइब्रिड कारें जल्द आ रही हैं – मारुति से लेकर हुंडई तक, जानिए पूरी डिटेल

भारत का ऑटोमोबाइल बाजार लगातार बदल रहा है। इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) के साथ-साथ अब हाइब्रिड टेक्नोलॉजी भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। खासकर बड़ी फैमिली और लंबी दूरी की यात्रा करने वालों के लिए कंपनियां 7-सीटर हाइब्रिड एसयूवी पर फोकस कर रही हैं। आने वाले कुछ वर्षों में मारुति सुजुकी, हुंडई, किआ, होंडा और रेनो जैसी कंपनियां अपनी-अपनी नई हाइब्रिड 7-सीटर गाड़ियां भारतीय सड़कों पर उतारने वाली हैं।

अगर आप भी फैमिली कार खरीदने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। चलिए जानते हैं कि कौन सी कंपनियां और कौन से मॉडल आने वाले समय में भारतीय ग्राहकों को मिलने वाले हैं।

क्यों बढ़ रही है हाइब्रिड 7-सीटर की डिमांड?

भारतीय बाजार में पहले 7-सीटर का मतलब होता था – डिज़ल SUV या MPV। लेकिन बदलते नियमों, बढ़ते फ्यूल प्राइस और EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के चलते अब हाइब्रिड टेक्नोलॉजी एक बेस्ट विकल्प बन रही है।

  • हाइब्रिड कारें बेहतर माइलेज,
  • कम कार्बन उत्सर्जन,
  • और पेट्रोल/डिज़ल पर निर्भरता घटाने का वादा करती हैं।

साथ ही, 7-सीटर हाइब्रिड कारें बड़े परिवार, टूरिंग और लॉन्ग-ड्राइव पसंद करने वालों को स्पेस और कम्फर्ट भी देती हैं।

हुंडई Ni1i – अल्काजार और टक्सन के बीच की नई SUV

हुंडई भारत में हाइब्रिड टेक्नोलॉजी पर बड़ा दांव लगाने जा रही है। कंपनी का पहला 7-सीटर हाइब्रिड मॉडल कोडनेम Ni1i है।

  • यह SUV हुंडई के मौजूदा मॉडल अल्काजार और टक्सन के बीच पोजिशन की जाएगी।
  • उम्मीद है कि इसमें हुंडई का 1.5-लीटर नैचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन इलेक्ट्रिक मोटर के साथ मिलेगा।
  • यह हुंडई की भारत में पहली हाइब्रिड SUV हो सकती है।
  • कंपनी 2027 तक इस मॉडल का प्रोडक्शन महाराष्ट्र के तलेगांव प्लांट से शुरू कर सकती है।

Ni1i का मुकाबला भारतीय बाजार में महिंद्रा XUV700, टाटा सफारी और एमजी हेक्टर प्लस जैसी SUVs से होगा।

किआ MQ4i – सोरेंटो आधारित नई 7-सीटर

हुंडई की सिस्टर कंपनी किआ भी पीछे नहीं रहने वाली। किआ भारत में आने वाले सालों में MQ4i नाम की नई 7-सीटर हाइब्रिड SUV लॉन्च करेगी।

  • यह मॉडल ग्लोबल SUV Kia Sorento पर आधारित होगा।
  • इंटरनेशनल मार्केट में सोरेंटो पहले से ही 1.6L टर्बो पेट्रोल हाइब्रिड और प्लग-इन हाइब्रिड इंजन के साथ आती है।
  • भारत में, किआ MQ4i को हुंडई Ni1i वाले 1.5-लीटर पेट्रोल-हाइब्रिड इंजन के साथ पेश कर सकती है।
  • इस गाड़ी का सीधा मुकाबला होगा – XUV700, Safari, Hector Plus और MG की आने वाली हाइब्रिड SUVs से।

किआ की गाड़ियां भारतीय युवाओं और फैमिली दोनों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। ऐसे में MQ4i को अच्छी रिस्पॉन्स मिलने की पूरी उम्मीद है।

होंडा PF2 – प्रीमियम हाइब्रिड 7-सीटर

होंडा भी भारत में अपनी नई 7-सीटर हाइब्रिड SUV पर काम कर रही है। इसका कोडनेम PF2 रखा गया है।

  • यह कार होंडा के ग्लोबल डिजाइन पर आधारित होगी लेकिन भारतीय जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इसमें बदलाव किए जाएंगे।
  • इसमें होंडा की e:HEV हाइब्रिड टेक्नोलॉजी देखने को मिल सकती है।
  • होंडा PF2 का मुकाबला टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस जैसी प्रीमियम हाइब्रिड MPVs से होगा।

रेनो बोरेल – फ्रेंच ब्रांड की एंट्री

फ्रांस की कंपनी रेनो भी भारतीय 7-सीटर हाइब्रिड सेगमेंट में एंट्री करने की तैयारी में है।

  • रेनो की इस SUV का नाम Boreal होगा।
  • यह एक ग्लोबल मॉडल होगा जिसे भारत के लिए लोकलाइज किया जाएगा।
  • बोरेल का डिज़ाइन रेनो की यूरोपियन SUVs जैसा मॉडर्न और स्टाइलिश होगा।
  • इसमें भी पेट्रोल-हाइब्रिड इंजन और बड़े केबिन के साथ फैमिली-ओरिएंटेड फीचर्स मिल सकते हैं।

क्या करें खरीदार?

अगर आप इस समय 7-सीटर SUV खरीदने का सोच रहे हैं, तो आपके पास XUV700, Safari, Hector Plus और Innova Hycross जैसे कई विकल्प हैं। लेकिन अगर आप हाइब्रिड टेक्नोलॉजी में निवेश करना चाहते हैं तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर होगा।

  • हुंडई Ni1i और किआ MQ4i मिड-सेगमेंट ग्राहकों के लिए अच्छे विकल्प होंगे।
  • होंडा PF2 और रेनो बोरेल प्रीमियम सेगमेंट में नई ताज़गी लेकर आएंगी।

निष्कर्ष

भारत का ऑटोमोबाइल बाजार तेजी से बदल रहा है और आने वाले समय में हाइब्रिड 7-सीटर SUVs इसका अहम हिस्सा बनने वाली हैं। ये गाड़ियां न सिर्फ बड़ी फैमिली और टूरिंग की जरूरतों को पूरा करेंगी, बल्कि बेहतर माइलेज और लो-एमिशन टेक्नोलॉजी से पर्यावरण को भी मदद करेंगी।

तो अगर आप अपनी अगली फैमिली कार लेने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार कर लीजिए। आने वाले कुछ सालों में मारुति सुजुकी, हुंडई, किआ, होंडा और रेनो की 7-सीटर हाइब्रिड SUVs भारतीय सड़कों पर धूम मचाने को तैयार हैं।

Leave a Comment

WhatsApp ग्रुप में जुड़ें